इस पौधे को घर में रखने से शुगर लेवल रहेगा हमेशा कंट्रोल

इस पौधे को घर में रखने से शुगर लेवल रहेगा हमेशा कंट्रोल
इस पौधे को घर में रखने से शुगर लेवल रहेगा हमेशा कंट्रोल 3

आज के आधुनिक दौर में आपको लगभग प्रत्येक घरों में एक छोटा सा गार्डन अवश्य नजर आता है जहां पर कई तरह के सुंदर दिखने वाले पौधे होते हैं और कुछ आयुर्वेदिक पौधे भी होते हैं जैसे कि तुलसी का पौधा एलोवेरा का पौधा और नीम आदि। बहुत सारे पौधे नजर आते हैं और आजकल लोगों को गार्डनिंग का बहुत शौक होता है जिसके कारण से प्रत्येक व्यक्ति अपने घर में किसी न किसी जगह पर गार्डनिंग अवश्य करता है तो आज गार्डनिंग करने के साथ-साथ आपको हम शुगर लेवल पर कंट्रोल करने वाला एक ऐसे ही पौधे के बारे में बता रहे हैं जिसे आप घर पर लगाकर आसानी से शुगर लेवल पर कंट्रोल कर सकते हैं तो इस पौधे को लगाने का सही तरीका हम आपको बताने वाले हैं। गार्डन में कई तरह के पेड़ होते हैं फल का पौधा और फूलों का पौधा आजकल के दौर में लोग सेहत का ख्याल रखने वाला पौधा गार्डन में अवश्य लगाते हैं।

आज हम आपको बता रहे है ‘इंसुलिन प्लांट’ के बारे में। यह ऐसा औषधीय पौधा है जिसे आप गार्डन में आसानी से उगा सकते हैं। आज के इस लेख को पढ़कर आप भी आसानी से अपने घर के गार्डन या गमले में इसे लगा सकते है।

पौधे या बीज का सही चयन करे : हमें किसी भी पौधे या पेड़ को सही तौर पर बड़ा करना है तो उसके लिए सबसे प्रमुख बात यह होती है कि हमें जिस किसी पौधे या पेड़ को उगाना है उसके बीज या उसके पौधे का चयन सही से करना चाहिए क्योंकि अगर बीज सही है तो हम उस पौधे को उगा सकते हैं अगर बीच का चुनाव हम सही नहीं करते तो हम चाहे कितनी भी मेहनत कर ले उस पेड़ या पौधे को उगाने में काफी मुश्किलें होंगी या हो सकता है कि वह पौधा सही से नहीं उगेगा , इंसुलिन का पौधा लगाने के लिए सही बीच का चुनाव करना बहुत ही आवश्यक होता है।

करें यह काम इंसुलिन का पौधा लगाने से पहले : इंसुलिन की पौधे की अच्छी ग्रोथ अगर आप चाहते हैं तो आपको इसको लगाने से पहले कुछ बातों पर ध्यान देना होगा जो बातें निम्नलिखित हैं –

1. इंसुलिन के पौधे को लगाने के लिए आप जिस मिट्टी का उपयोग करने वाले हैं अर्थात गमले में जिस मिट्टी को डालने वाले हैं तो उसे फोड़कर एक दिन के लिए धूप में रख दें। जिससे की मिट्टी में छोटे-छोटे कीड़े जो होते हैं उससे अलग हो जाते हैं। ।

2. अब इसके बाद वाले दिन 1-2 मग खाद को मिट्टी में डालकर अच्छे से मिक्स कर लेना है।

3. इधर इंसुलिन के पौधे को गमले के बीचो-बीच डालकर एक हाथ से पकड़कर रखें और दूसरे हाथ से पौधे से सभी साइड से मिट्टी को डालकर बराबर कर लें।

4. इंसुलिन के पौधे को बीच में रखकर बाकी जो जगह बचा हैं उस पर सभी साइट मिट्टी को डाल देना है और इसे एक लेवल पर बराबर कर लेना।

5. मिट्टी बराबर करने के बाद 1-2 मग पानी ज़रूर डालना चाहिए।

इसमें खाद के रूप में आप गाय या भैंस के गोबर का इस्तेमाल कर सकते हैं बेहतर यही होगा कि पौधों के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल करें क्योंकि केमिकल युक्त खाद्य के इस्तेमाल से पौधों पौधा मर भी सकता है।

पौधा लगाने के बाद इन बातों का रखें ध्यान

  • इस पौधा लगाने के बाद कुछ बातों पर ध्यान देने की ज़रूरत होती हैगमला को तेज धूप से दूर रखना है जब तक की इसका बीज अंकुरित नहीं हो जाता।
  • पौधे के 3-4 इंच बढ़ा हो जाने के बाद आप इसे धूप में रख सकते है।
  • किसी भी पौधे में पानी और खाद को डालना आवश्यक होता है इसलिए निर्धारित समय पर पौधों में खाद और पानी को डालना कभी मत भूले खासकर जब पतझड़ का मौसम चल रहा है तब इस पर ध्यान देने की बहुत ज्यादा आवश्यकता होती है क्योंकि इस समय पौधा मर भी सकता है।
  • पौधे में कीड़ों का होना एक आम बात होती है मगर इसके लिए आप पहले से कुछ सावधानियां रख सकते हैं जैसे समय-समय पर कीटनाशक स्प्रे का छिड़काव करते रहना चाहिए जिससे कि पौधे को मौसमी कीड़ों से बचाया जा सके।
  • कुछ कीटनाशक स्प्रे केमिकल युक्त होते हैं मगर आप चाहे तो नेचुरल कीटनाशक स्प्रे बना सकते हैं इसके लिए आप नींबू का रस, सिरका आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • इसको लगाने के लगभग चार-पांच महीने के बाद ही इसके पत्ते इस्तेमाल करने के लायक हो जाते हैं।

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