गोल्डफिश क्या है गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है ?

गोल्डफिश क्या है गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है ?
गोल्डफिश क्या है गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है ? 3

क्या आप भी जानना चाहते है गोल्डफिश का वैज्ञानिक नाम ?अगर आप भी जानना चाहते हैं कि गोल्डफिश कितने प्रकार के होते हैं और इनके नाम क्या-क्या है? गोल्डफिश से संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए परफेक्ट आर्टिकल है । इनका आकार कैसा होता है और कितना बड़ा होता है, इनको पालने के कुछ आसान तरीके कौन कौन से है ,वातावरण में यह मछली कैसे रहती है? यह सब जानकारी आज के आर्टिकल में जानने को मिलेगा।

गोल्डफिश की उत्पत्ति लगभग 17 वर्ष पहले चीन में हुई थी इसमें से एक है नारंगी रंग और दूसरा लाल दोनों रंग इस तरह से हैं कि देखने में काफी ज्यादा आकर्षक और बहुत खूबसूरत लगती है अपनी सुंदरता के लिए पूरे विश्व में यह प्रसिद्ध है।, गोल्डफिश क्या है गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम carassius auratus है। इस मछली को गोल्डन क्रुशियन कार्प के नाम से भी जाना जाता हैं। इस मछली को हिंदी भाषा में सुनहरी मछली कहा जाता है। सुनहरी मछली इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस मछली पर लाल और संतरे रंग का सजावट है उसे देखने के बाद ऐसा लगता है कि यह मछली सुनहरे रंग की है। और इसके साथ साथ यह मछली अपने सजावट के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।

आइये जानते हैं कितने प्रकार के होते हैं गोल्डफिश –

गोल्डफिश कई प्रकार की होती हैं गोल्डफिश की अनेक प्रकार की जातियां होती हैं इनके भिन्न भिन्न प्रकार होते हैं आज हम आपको इन्हीं गोल्डफिश के प्रकार के बारे में बताने वाले हैं इनकी बहुत से प्रजातियों में से टॉप 15 प्रजातियों के बारे में हम आपको बताने वाले हैं।

  1. Common Goldfish
  2. Shubunkins Goldfish
  3. Comet Goldfish
  4. Ranchu Goldfish
  5. Ryukin Goldfish
  6. Telescope Goldfish
  7. Calico Goldfish
  8. Bubble Eye Goldfish
  9. Fantail Goldfish
  10. Lionhead Goldfish
  11. Butterfly Telescope Goldfish
  12. Veiltail Goldfish
  13. Egg-gish Goldfish
  14. Oranda Goldfish
  15. Pompom Goldfish

कैसे वातावरण में रहती है यह मछली ?

गोल्ड फिश मछली का स्वभाव सामान्य होता है इनमें चंचलता नहीं होती है यह शांत रहती हैं इनका जीवनकाल 6 साल तक रहता है लेकिन कुछ प्रजातियां ऐसे भी है जिनका जीवनकाल 6 साल से भी ज्यादा होता है।


गोल्ड फिश मछली अधिकतर शाकाहारी होती है होती हैं कुछ गोल्डफिश मछली मांसाहारी होती हैं इनके अधिकतर प्रजातियां मीठे पानी में रहते हैं कुछ प्रजातियां ऐसे प्रजातियां ऐसे भी हैं जो खारे पानी में जीवित रह सकती हैं जिस पानी में इसको रखा गया है उसके तापमान में कोई बड़ा बदलाव होता है तो यह मछलियां मर सकती हैं।

यह मछली मीठे पानी में रहती है कुछ ही प्रजातियां ऐसे भी हैं जो खारे पानी में जीवित रह सकती हैं जिस पानी में इसको रखा गया है उसके तापमान में कोई बड़ा बदलाव होता है तो यह मछलियां मर सकती हैं,इन मछली को रखने के लिए पानी का तापमान 18 डिग्री सेल्सियस से लेकर के 26 डिग्री सेल्सियस तक वातानुकूलित होता है अर्थात सबसे अच्छा तापमान वाला पानी होता है अगर पानी का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होती है या 18 डिग्री सेल्सियस से कम होती है तो इन मछलियों को जिंदा रहने में समस्या उत्पन्न होने लगती है।

कैसे होता है इनका आकार और कितना बड़ा होता है?

गोल्ड फिश मछली की लंबाई के बारे में हम आपको बताते हैं इस मछली की लंबाई 8 इंच तक की होती है और यह लगभग 23 सेंटीमीटर तक बढ़ सकती हैं इस मछली में कई तरह के रंग होते हैं जैसे लाल,काला,सफेद, बैगनी,नारंगी और ब्लू इत्यादि, अगर बात की जाए कि यह कैसे होता है तो यह एक्यूरियम मछली की तरह होती है।

इस मछली को खाया नहीं जाता है इस मछली को लोग पालना बहुत अधिक पसंद करते हैं क्योंकि इनके होने से घर की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं इस मछली में सभी रंगों का मिश्रण रहता है जिससे यह बहुत ही आकर्षक और अत्यंत सुंदर दिखती है एक बेहतर जानकारी हम आपको बताना चाहेंगे वह यह है कि इसे सबसे पहली बार चीन में पाला गया थासबसे पहली बार इसको चीन में पाला गया था।

कुछ आसान तरीके गोल्डफिश को पालने के लिए –

अलग-अलग जिओ को पालने के अलग-अलग तरीके रहते हैं तो आज हम आपको बताने वाले हैं कि गोल्डफिश को पालने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना पड़ेगा या कुछ ऐसे आसान तरीके जिनसे आप गोल्डफिश को आसानी से पालन कर सकेंगे,गोल्ड फिश मछली अधिकतर तालाब में उपस्थित पौधों का सेवन करती हैं और साथ-साथ तलाब में उपस्थित छोटे-मोटे कीड़े मकोड़ों को भी खाती है तो किसी भी जीव को जीवित रखने के लिए बेहद जरूरी है कि उनके खान-पान का ध्यान रखना होता है क्योंकि यह मछली ज्यादा खाती है और मछली को जन्म से 1 वर्ष बाद ही बेहद ही आकर्षक और सुंदर रंग प्राप्त होता है।


इस मछली को पालने के लिए आपको जगह का विशेष ख्याल रखना होगा इसको छाया वाले जगह पर रखना होगा छाया वाली जगह पर रखने से इसके पानी का तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा क्योंकि इस मछली को जिस पानी में पाला जाता है उसका तापमान 26 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं जाना चाहिए और ऐसी जगहों पर भी रखना है की इसके पानी का तापमान 18 डिग्री सेल्सियस से कम भी ना हो पाए अगर आप गोल्डफिश को पालना चाहते हैं तो इस बातों को आप को ध्यान रखना पड़ेगा और अगर आपने से पाल रखा है तो भी इन बातों का ध्यान रखें आप इनका बेहतर तरीके से पालन कर सकते है।


इस मछली में नींदे,सफेद,काले,नारंगी और लाल रंगों का वेरिएशन रहता है जिसके कारण यह बहुत ही आकर्षक दिखती है और इन्हीं आकर्षक रंगों की वजह से यह पूरे विश्व में जानी जाती है यदि इस मछली का पालन कर रहे हैं या पालन करना चाह रहे है तो इस बात का ध्यान रखना होगा कि इस मछली को ठंड के दिनों में ना खरीदें क्योंकि ठंड के दिनों में मछलियों पर काफी खतरा रहता है इसके पीछे का कारण यह है कि ठंड के दिनों में पानी का तापमान बहुत जल्दी कम होने लगता है अर्थात पानी का तापमान ज्यादा ठंड होने पर जीरो डिग्री से भी नीचे चले जाता है जिससे की मछलियां मरने लगती है।

हम आपसे आशा करते हैं कि आज का यहआर्टिकल आपको बहुत पसंद आया होगा इसमें दी गई जानकारियां आपको बेहतर तरीके से समझ आ गई होगी अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो आप इसे अपने और भी दोस्तों को या फैमिली मेंबर को शेयर अवश्य करें ताकि उनको भी अब बेहतर जानकारी अवश्य प्राप्त हो सके और ऐसे ही बेहतरीन आर्टिकल के लिए हम से जुड़े रहिए।