आईएएस का फुल फॉर्म क्या है? IAS कैसे बने जानिए पूरी जानकारी

IAS ka full form Kya Hai ?: यदि आप IAS ka full form Kya Hai ? जानने चाहते है और IAS ऑफिसर के कार्य व अन्य चीजो के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी यहाँ पर दी जायेगी IAS ऑफिसर भारत सरकार के सबसे बडे  विभागीय पदाधिकारी पद होते है जिनके आधार पर पूरे विभाग का प्रशासन चलता है. यदि आप भी IAS बनने का सपना देखते है तो इस पोस्ट पर अवश्य …..

आईएएस का फुल फॉर्म क्या है? IAS कैसे बने जानिए पूरी जानकारी

IAS का फुल फार्म Indian Administrative Services है जिसे हिंदी मे भारतीय प्रशासनिक सेवा के नाम जाना जाता है.

IAS ऑफिसर कैसे बने? –

IAS ऑफिसर बनने के लिये भारत सरकार द्वारा ली जाने वाली परीक्षा UPSC पास करने के बाद यह पद प्राप्त होती है. UPSC भारत तथा विश्व की मुश्किल परीक्षाओ में से एक है. इस परीक्षा को Merit Top करके ही प्राप्त कर सकते है. IAS ऑफिसर बनने से समाज व देश मे अधिक सम्मान प्राप्त होता है. इसे पाने के लिये खुब मेहनत करने की आवश्यकता होती है.

IAS ऑफिसर बनने की शैक्षणिक योग्यता क्या है?

आप यदि IAS ऑफिसर बनने की चाहत रखते है तो चाहे आप कला समुह या साइंस समुह के हो आप IAS ऑफिसर बन सकते है IAS ऑफिसर बनने के लिये केवल स्नातक होने अनिवार्य है

IAS ऑफिसर बनने की न्युंतम आयु क्या है?

IAS ऑफिसर बनने के लिये सभी वर्ग के अभ्यर्थी को कम से कम २१ साल की होनी आवश्यक है इसीलिये आपको इस आयु मे IAS ऑफिसर बनने की इच्छा है तो स्नातक के प्रारंभ से ही इसकी तैयारी शुरु कर देनी चाहिये जिससे इस मुकाम तक पहुच सके 

IAS ऑफिसर बनने की अधिकत आयु क्या है?

IAS ऑफिसर बनने के लिये सामान्य वर्ग के अभ्यर्थीयो की अधिकतम उम्र 32 साल होती है, भारत सरकार द्वारा OBC वर्ग को ३साल, ST/SC वर्ग को 4 साल व नेत्रहीन, मुकबधिर व विकलांग वर्गो को 7 साल की छुट प्रदान की गई है,  इस प्रकार OBC वर्ग के अभ्यर्थीयो की अधिकतम उम्र 35 साल होती है, ST/SC वर्ग के अभ्यर्थीयो की अधिकतम उम्र 37 साल होती है और नेत्रहीन, मुकबधिर व विकलांग  अभ्यर्थीयो की अधिकतम उम्र 42 साल होती है.

IAS ऑफिसर बनने के लिये कितने अवसर मिलेंगे?

IAS ऑफिसर बनने के लिये सामान्य वर्ग के अभ्यर्थीयो की अधिकतम उम्र 32 साल होती है, लेकिन केवल उन्हे केवल 6 बार ही परीक्षा देने के अवसर प्राप्त होंगे, उसी प्रकार OBC वर्ग के अभ्यर्थीयो की अधिकतम उम्र 35 साल होती है लेकिन उन्हे 9 अवसर ही प्राप्त होंगे व ST/SC वर्ग के अभ्यर्थीयो की अधिकतम उम्र 37 साल होती है और उन्हे असीमित अवसर प्राप्त होंगे, नेत्रहीन, मुकबधिर व विकलांग  अभ्यर्थीयो को भी असीमित अवसर होती है.

IAS ऑफिसर कितनी सैलरी मिलता है ?

भारत सरकार ने एक IAS ऑफिसर के कार्य के आधार पर  प्रारम्भिक वेतन ५६१०० रुपये तय की है जो उनके अंतिम कार्यकाल तक २५०००० रुपये हो जाती है, इनके अलावा यात्रा भत्ता, महंगाई भत्ता व आवासीय शुल्क अलग से भारत सरकार द्वारा दी जाती है.

IAS ऑफिसर का क्या कार्य है?

IAS ऑफिसर को भारत सरकार मे कई महत्वपुर्ण निभानी होती है, यह भारत के प्रशासन मे एक प्रमुख व अग्रणी अंग है, IAS ऑफिसर को कई भुमिका मे देखे जा सकते है जो इस प्रकार है-

जुनियर स्तर पर IAS ऑफिसर की भुमिका

इस स्तर मे एक IAS ऑफिसर Sub Divisional Magistrate(SDM), Sub Divisional Officers(SDO) व Sub Collector के रुप मे कार्य करते है

सीनियर स्तर पर IAS ऑफिसर की भुमिका

इस स्तर मे एक IAS ऑफिसर District Magistrate(DM), Collector व  Joint Secretary के रुप मे कार्य करते है

जुनियर प्रशासन स्तर पर IAS ऑफिसर की भुमिका

जुनियर स्तर पर IAS ऑफिसर की भुमिका राज्य के विशेस सचिव व किसी विभाग के अध्यक्ष के रुप मे नजर आते है.

सीनियर प्रशासन स्तर पर IAS ऑफिसर की भुमिका

इस स्तर मे एक IAS ऑफिसर किसी मंत्रालय का सचिव (Secretary) व किसी विभाग के Director होता है

उच्चतम स्तर पर IAS ऑफिसर की भुमिका

इसमे आप एक IAS ऑफिसर को कैबिनेट सचिव के रुप मे देख सकते है. यह एक IAS ऑफिसर का सबसे उच्चतम स्तर है जिस पर प्रत्येक IAS ऑफिसर पहुंचना चाह्ता है.

आईएएस एग्जाम के एग्जाम के 3 चरण होते हैं

पहला चरण प्रारंभिक परीक्षा दूसरा चरण मुख्य परीक्षा और तीसरा चरण साक्षात्कार प्रारंभिक परीक्षा का परीक्षा पैटर्न परीक्षा ऑब्जेक्टिव प्रकार का होता है जिसमें आपको उत्तर के लिए चार विकल्प दिए होते हैं प्रारंभिक परीक्षा आइटम में दो पेपर होते हैं.

पहले पेपर सामान्य अध्ययन

इस प्रश्न पत्र में कुल 100 प्रश्न होते हैं और इसके प्रत्येक प्रश्न पर एक अंक निर्धारित होता है और इस प्रश्न पत्र में गलत उत्तर देने पर १/३ नकारात्मक अंक काटे जाएंगे.

पेपर दो में 80 प्रश्न होते हैं और प्रत्येक पर 2.5 अंक निर्धारित होते हैं इसमें भी गलत उत्तर देने पर एक तिहाई नकारात्मक अंक कांटे जाते हैं प्रत्येक प्रश्न पत्र 2 घंटे के लिए निर्धारित है.

पेपर 2 के लिए 33% अंक अर्जित करना अनिवार्य है

पेपर वन में भारतीय इतिहास अर्थशास्त्र भारत और विश्व का भूगोल विज्ञान और प्रौद्योगिकी भारतीय राजनीति सामाजिक मामले और पर्यावरण पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं.

पत्र दो मैं रिजनिंग एप्टिट्यूड और क्वानटेटिव पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं
प्रारंभिक परीक्षा में कुल 400 अंक होते हैं.

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