आजकल के रहन-सहन की परिवेश में अधिकतर लोगों के पास समय नहीं होता है और इस समय की कमी के कारण लोग अपने पारिवारिक या वैवाहिक जीवन में ध्यान नहीं दे पाते हैं शादी के बाद हर महिलाओं को अधिकतर यह आकांक्षा होती है कि वह जल्दी प्रेग्नेंट हो और जल्द से जल्द मां बने किसी भी महिला के लिए पहली बार प्रेग्नेंट होना बहुत ही सुखद एहसास होता है यह मानसिक सुख प्रदान अवश्य करता है साथ ही वैवाहिक जीवन को सफल बनाता है।
तो आज हम आपको इस पोस्ट में कुछ ऐसे ही बातें बताने वाले हैं जो आपको पहली बार गर्भावस्था के दौरान बहुत ही जरूरी है इन बातों को जानकर आप स्वयं को और अपने बच्चे को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं अगर आप भी इच्छुक हैं इन सब बातों को जानने के लिए तो यह पोस्ट आपके लिए ही है। इन सब बातों को जानने से आप अपने बच्चे को स्वस्थ रखने में बहुत हद तक मदद कर सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले परिवर्तन –
गर्भावस्था के दौरान शरीर में प्रकार के बदलाव देखने को मिलते हैं महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान विभिन्न प्रकार से शारीरिक परिवर्तन होता है जैसे ऐडियो में सूजन आना , बार-बार पेशाब जाना, पेट का आकार में बड़ा होना यह सारे लक्षण है मगर इनमें से कौन से लक्षण सामान्य है और कौन से लक्षण चिंताजनक है यह आपको जानना है। बहुत सी महिलाएं गर्भावस्था के दौरान घबराहट महसूस करती हैं अपने बच्चों की देखभाल को लेकर भी घबराहट महसूस करती है यह सामान्य बात है मगर ध्यान रखना चाहिए कि आप को बहुत अधिक चिंता नहीं करनी है आप पहली बार गर्भवती हो रहे हैं तो इसका आनंद लें अगर आपको अत्यधिक चिंता हो रही है तो आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं ,आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है। हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे शारीरिक परिवर्तन जिससे आपको घबराने की जरूरत नहीं है।
स्तन में सूजन आना पहली प्रेगनेंसी का लक्षण –
पहली बार गर्भावस्था के दौरान महिलाएं अपने स्तन में सूजन महसूस कर सकती हैं और इसमें संवेदनशीलता भी महसूस होती हैं जब आप गर्भवती होते हैं तब इस समय स्तन आपके बच्चे के लिए दूध पैदा करने की तैयारी कर रहे होते हैं सूजन होने के साथ-साथ स्तन भारी हो जाते हैं इसका कारण रक्त प्रवाह में वृद्धि और द्रव प्रतिधारण है, प्रेगनेंसी के चौथे और छठे सप्ताह से स्तन के आकार में वृद्धि होने लगती है हार्मोन के बदलाव के कारण भी स्तन में सूजन आ सकती है लेकिन जैसे हार्मोन क समायोजन होने लगता है तो यह सूजन समाप्त हो जाती है।इस प्रकार के होने वाली समस्याओं जैसे सूजन ,दर्द का होना और संवेदनशीलता को दूर करने लिए कुछ घरेलू उपाय उपाय अपनाए जा सकते हैं जैसे कि ढीले-ढाले कपड़े पहनना और ब्रा का सही चयन करना अर्थात अधिक सहायक ब्रा का उपयोग करना चाहिए।
बार बार पेशाब जाना भी है पहली बार गर्भवती होने के लक्षण –
पहली बार गर्भावस्था के दौरान बहुत लक्षण होते हैं जिनमें से 1 लक्षण हैं बार-बार पेशाब बजाना यह लक्षण मुख्यत: तौर पर पहली तिमाही और उसके बाद के आने वाले महीनों में ज्यादा होती है इसका मुख्य कारण है बच्चों के बड़े होने के कारण मूत्राशय पर दबाव पड़ना। बार-बार पेशाब करने की इच्छा के पीछे एक मुख्य कारण ह्यूमन कोरिओनिक गोनाडोट्रोपिन हार्मोन है जिससे कि रक्त के प्रवाह में वृद्धि होती है जो पेट के निचले हिस्से पर दबाव डालती है और पेशाब की आवृत्ति में वृद्धि हो जाती है।
ह्यूमन कोरिओनिक गोनाडोट्रोपिन हार्मोन किडनी में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है जिससे विषाक्त पदार्थ को निकालने के लिए किडनी बेहतर तरीके से कार्य करती है इसलिए अगर आपको प्रेगनेंसी के दौरान 3 से 4 मिनट बाद पेशाब करने की आवश्यकता महसूस हो तो ऐसे में घबराना नहीं है क्योंकि यह आपके और आपके बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए शरीर की एक प्रक्रिया है।
उल्टी होना और जी मिचिलना भी है गर्भावस्था के लक्षण –
गर्भावस्था के दौरान बहुत सारे लक्षण होते हैं मगर अधिकांश था उल्टी होना औरमिचिलना सबसे प्रसिद्ध लक्षणों में से 1 लक्षण हैं इससे महिला को पता चलता है कि वह गर्भवती हैं क्योंकि इस दौरान उन्हें मॉर्निंग सिकनेस फील होने लगता है हालांकि उल्टी और मतली सुबह उठने के बाद ज्यादा होती है पर यह यही तक ही सीमित नहीं होती है गर्भवती महिलाओं को पहले कुछ हफ्तों तक ही कभी कभी उल्टी हो सकती है,
कुछ महिलाओं को गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान लगातार मतली का अनुभव होता है, लेकिन उल्टी नहीं होती है। उसके बाद यह अहसास काम हो जाता है। मतली की भावना विकसित होने के कारण शरीर में हार्मोन का उत्पादन अधिक होने लगता है यदि पहली बार गर्भवती है हो रही है तो यह समस्या उत्पन्न होना आवश्यक है यह समस्या कुछ समय के पश्चात दूर हो जाती हैं इसे दूर करने के लिए अदरक के चाय का उपयोग कर सकते हैं।
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कब्ज भी है गर्भावस्था का सामान्य लक्षण –
कब्ज गर्भावस्था के दौरान होने वाले एक सामान्य समस्या है यदि आपको भी समस्या हो रही है वह आप डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं हालांकि प्रेग्नेंसी के दौरान या बेहद ही आम बात होती हैं जिसे कुछ घरेलू उपाय के द्वारा दूर किया जा सकता है
कब्ज की समस्या होने के पीछे दूसरा कारण आर्यन की गोलियां भी हो सकती हैं क्योंकि यह गोलियां शरीर में कब्ज का निर्माण कर सकती हैं इसके लिए आप दवाओं के सेवन से पहले डॉक्टर का सलाह ले सकते हैं कब्ज की समस्या को कम करने के लिए एक तरीका यह है कि आप अपने भोजन में अधिक फाइबर युक्त आहार को शामिल करें ताकि आपको कब्ज की समस्या ना हो।
प्रेगनेंसी का लक्षण भोजन की लालसा –
प्रेगनेंसी के दौरान अधिक मात्रा में भूख लगना एक स्वभाविक प्रक्रिया है आमतौर पर गर्भावस्था की पहली तिमाही में लगभग 5 सप्ताह बाद यह महसूस हो सकती हैं और दूसरी तिमाही के दौरान भोजन करने की लालसा बहुत अधिक बढ़ जाती है और अन्य तीसरी तिमाही के दौरान यह लालसा दूर हो जाती है ,गर्भावस्था के दौरान विभिन्न प्रकार की चीजों को खाने का मन हो सकता है मगर ऐसी अवस्था में आप ऐसी चीजों का सेवन करें जो आपके और आपके बच्चों के लिए लाभप्रद हो किसी प्रकार का कोई नुकसान न हो।
पहली बार गर्भवती होने का लक्षण थकान महसूस होना –
गर्भावस्था में महिलाओं को थकान महसूस होना सामान्य बात है गर्भावस्था आपके नियमित जीवन को प्रभावित कर सकती है इसके दौरान थकान महसूस होने के कई कारण होते हैं जैसे कि बच्चे को विकसित करने के लिए शरीर के द्वारा अधिक मात्रा में ऊर्जा का उपयोग करना एक प्रमुख कारण है यह समस्या पहली और तीसरी तिमाही के दौरान अधिक प्रभावशाली होती है ,थकान महसूस होने के पीछे दूसरा कारण प्रेगनेंट महिला के शरीर में प्रोजेस्टीरॉन हार्मोन का लेवल बढ़ जाना होता है, यह हार्मोन रक्त के प्रवाह, नींद के तरीके और मूड को प्रभावित कर सकता है गर्भावस्था के दौरान थकान होने पर आराम अवश्य करना चाहिए मगर आराम करने का मतलब यह भी नहीं है कि आप सारा कामकाज छोड़कर बहुत ज्यादा समय सोने पर ध्यान दें आप इसके लिए आप काम को आराम से और धीमी गति से कर सकते हैं ताकि इससे शरीर को आराम भी हो जाए और काम भी पूरा हो जाये।
गर्भावस्था में होने पर क्या नहीं खाना चाहिए –
पहली बार प्रेग्नेंट होने पर किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए यह जान लेना आपके लिए बहुत ही आवश्यक है क्योंकि कुछ चीजें स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं जब आप गर्भावस्था में हो तो आइए हम आपको आज बताने वाले हैं इन्हीं ऐसी चीजों के बारे में जिनका सेवन आपको गर्भावस्था में नहीं करना चाहिए , जब आप प्रेग्नेंट होते हैं तो कुछ खाद्य पदार्थ और कुछ तरल पेय पदार्थों के सेवन से परहेज करने की आवश्यकता होती है क्योंकि इन पदार्थों को जस्ट इन केस के आधार पर सेवन ना करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इनमें बैक्टीरिया या फिर खतरनाक तत्व हो सकते हैं जो गर्भावस्था के लिए काफी नुकसानदायक होते हैं तो इन पदार्थों में जिन को शामिल किया गया है उनके बारे में हम आपको बताते हैं।
कॉफी / कैफीन का सेवन गर्भावस्था में ना करें –
शरीर में थकान महसूस होना गर्भावस्था में एक आम बात है लेकिन इस थकान को दूर करने के लिए इस बात का ध्यान रखें कि आप कैफीन का सेवन ना करें प्रेगनेंसी के दौरान आपके शरीर कैफीन को तोड़ने में अधिक समय लेता है इसके कारण कुछ हिस्सा भ्रूण तक पहुंच सकता है जिससे कि यह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है तो आप कैफीन का सेवन ना करके दूसरे उपाय को अपना सकते हैं जिससे कि शरीर की थकान को दूर किया जा सके यदि आपको आवश्यक हो तो दिन में एक बार काफी की बहुत कम मात्रा ले सकते हैं।
कच्चे अंडे से करें परहेज – बहुत से लोग वेजिटेरियन और बहुत से लोग नॉन वेजिटेरियन होते हैं कुछ लोगों को खाने पीने का काफी शौक होता है तो अगर आप भी गर्भावस्था में है तो हम आपको बताने वाले हैं कि आपको इस अवस्था में कच्चे अंडे का सेवन नहीं करना चाहिए अंडे का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होता है लेकिन गर्भावस्था में इसे किस तरह से आपको सेवन करना है यह जानना आपके लिए जरूरी है क्योंकि कच्चे अंडे में साल्मोनेला बैक्टीरिया होता है जो आपके होने वाले बच्चे और आप को बीमार बनाने का कारण बन सकता है तो इसीलिए अगर आप शौकीन हैं अंडे खाने के तो गर्भावस्था के दौरान अच्छी तरह से पके हुए अंडे का ही सेवन आपको करना चाहिए।
मादक पेय पदार्थ का ना करें सेवन-
आज के आधुनिक दौर में बहुत से लोग होते हैं जो नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं और बहुत अधिक लोग शराब का सेवन करते हैं इनमें पुरुषों के साथ – साथ महिलाएं भी शामिल होती हैं तो आपके लिए यह खास बात है कि जब आप गर्भावस्था में हैं तो आपको शराब का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आपके बच्चे के स्वास्थ्य और आपके स्वास्थ्य पर भी बहुत तरीके से हानिकारक प्रभाव डालता है अगर आप भी शराब पीने के आदी हैं तो और अगर आप इसके सेवन के बिना रह नहीं सकते तो आपको अल्कोहल फ्री वाइन , स्प्रिट या फिर अल्कोहल-फ्री बियर,का सेवन एक निश्चित मात्रा में करना चाहिए ताकि आपको इसके सेवन से किसी प्रकार की हानि ना हो।
कच्चे दूध से के सेवन से करें परहेज –
आजकल अधिकतर लोग अपने भोजन में अच्छे खाद्य पदार्थों के साथ-साथ दूध का सेवन अवश्य करते हैं दूध का सेवन हमारे के लिए फायदेमंद अवश्य होता है लेकिन अगर आप गर्भावस्था में हैं तो दूध का सेवन करना तो है मगर आपको कच्चे दूध का सेवन नहीं करना है क्योंकि कच्चा दूध वह होता है जिसेपाश्चुरीकरण प्रक्रिया से नहीं गुजारा जाता है जिससे कच्चे दूध में हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते है जिसके कारण फूड पॉइजनिंग हो सकता है और आपको बीमार बना सकता है तो अगर आप भी पहली बार गर्भवती हुई है तो कच्चे दूध के सेवन से आपको बचना चाहिए।
पहली गर्भावस्था के लिए उपयोगी टिप्स –
आइए हम आपको आज के इस पोस्ट में बताते हैं कि गर्भावस्था के दौरान किन चीजों का सेवन करना चाहिए या से कौन-कौन से उपाय हैं जिनको अपनाकर आप अपने फर्स्ट टाइम प्रेगनेंसी को सक्सेसफुल बना सकते हैं गर्भावस्था में किन चीजों का सेवन नहीं करना है यह जानने के अलावा इस बातों को भी जानना अत्यंत आवश्यक है कि इस समय आप किन किन चीजों का सेवन करें जिससे कि अपने शरीर को शारीरिक प्रबलता प्रदान कर सके।
फर्स्ट प्रेग्नेंसी में जंक फूड के सेवन से बचें और खाएं स्वस्थ खाना –
प्रेगनेंसी के दौरान पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए क्योंकि यह बहुत सारी समस्याओं को दूर करने में प्रभावशाली होता है गर्भावस्था के दौरान कई सारे सब्जियों और फल का सेवन करना चाहिए लेकिन आपको इस बात को भी ध्यान में रखना चाहिए कि इस भोजन का सेवन तभी करना चाहिए जब आपको भूख लगे और यह भोजन आनंददायक हो और अगर आप गर्भावस्था में है तो जंक फूड जैसे हॉट बर्गर, पिज़्ज़ा और कटलेट का सेवन आपको नहीं करना चाहिए।
गर्भावस्था में करें अधिक तरल पदार्थ का सेवन –
शरीर को खाद्य पदार्थों के अलावा तरल पेय पदार्थ भी आवश्यक मात्रा में देना चाहिए यह बात तब और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती हैं जब आप गर्भावस्था में हो क्योंकि इस अवस्था में आपको हाइड्रेटेड रहना आवश्यक होता है क्योंकि डिहाइड्रेशन से आपके शरीर को बहुत नुकसान हो सकता है पानी का सेवन सामान्य तौर पर एक निश्चित मात्रा में करना आवश्यक होता ही है साथ ही गर्भावस्था में जब आप हर 4 से 5 मिनट में पेशाब नहीं जाते हैं तब पानी का पर्याप्त सेवन बहुत ज्यादा जरूरी हो जाता है पानी के साथ-साथ आप और भी तरल पदार्थ ले सकते हैं जैसे कि ताजे फलों का रस और हर्बल चाय इनके सेवन से भी हमारे शरीर फायदा होता है लेकिन इन्हें एक निर्धारित मात्रा में पीना चाहिए और कैफीन युक्त पेय पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
प्रेगनेंसी में रहे शारीरिक रूप से सक्रिय-
सामान्य तौर पर किसी व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय होना आवश्यक होता है गर्भावस्था में होने पर शारीरिक रूप से व्यायाम करना थोड़ा कठिन हो सकता है और आपको इससे थोड़ी थकान महसूस हो सकती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप पूरे दिन आराम करें अगर आप गर्भवती हैं तो भी आपको हल्का व्यायाम और कुछ एक्सरसाइज करना चाहिए क्योंकि इसके करने से आपको फायदा होगा और साथ ही यह आपके बच्चे के लिये भी फायदेमंद होगा ,मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए हमें अपनी बॉडी को एक्टिव रखना बहुत जरुरी होता है तो आप व्यायाम करने के साथ-साथ ही रोज थोड़ा टहल सकते हैं और कुछ योगासन कर सकते हैं इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप गर्भवती हैं तो कुछ एक्सरसाइज आपको नहीं करना चाहिए जिससे कि आपके गर्भधारण में कोई दुष्प्रभाव पड़े।
गर्भावस्था में पर्याप्त नींद अवश्य लें –
प्रत्येक व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में नींद लेना जरूरी होता है अधिक सोने पर भी शरीर को नुकसान होता है और नींद में कमी होने पर भी यह शरीर के लिये नुकसानदायक हो सकता है यदि आप गर्भावस्था में हैं तो यह आपके लिए बहुत ही आवश्यक है कि नींद की पर्याप्त मात्रा जरूर पूरी करें आप सोने का समय निर्धारित करें और जहां तक संभव हो सके उसी निर्धारित समय पर ही सोए गर्भावस्था में अधिक रात तक जागना नहीं चाहिए।
योग और ध्यान मानसिक स्वास्थ्य में है सहायक –
शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के अलावा मानसिक रूप से भी स्वस्थ होना बहुत जरूरी होता है इन बातों का महत्व तब और अधिक बढ़ जाता है जब आप गर्भावस्था में हो मानसिक स्वास्थ्य के लिए आप योग और ध्यान का सहारा ले सकती हैं ये बहुत ही उपयोगी तकनीक है जिससे आप अपने मानसिक स्वास्थ्य को सही रख सकते हैं योग के द्वारा शारीरिक रूप से सक्रिय रहने में भी काफी मदद मिलती है कपालभाति महत्वपूर्ण योगासन है कपालभाती को हम सांस लेने वाला अभ्यास कहते है यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए विश्वसनीय रूप से फायदेमंद है अगर तनाव और चिंता से मुक्त रहना है तो आप मेडिटेशन भी कर सकते हैं मेडिटेशन किसी चमत्कार से कम नहीं है।
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