सर्दियों में करेले का जूस पीने से होंगे ये कमाल के फायदे

बहुत कम लोगों को करेला पसंद होता है। इसकी वजह है करेले का कड़वा स्वाद। लेकिन कहते है न कि दवाई कड़वी होती है। ठीक वैसे ही करेला भी सेहत के लिए एक दवाई का काम करती है। खासकर इसका जूस तो कई बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। और तो और यह वजन घटाने में भी कारगर है। करेले के सेवन से पेट में गैस की समस्या दूर होती है. करेले के सेवन से शरीर में ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है. करेले करेले के जूस में आयरन, मैग्नीशियम और विटामिन से लेकर पोटैशियम और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व होते हैं. ये कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है।

करेला का इस्तेमाल आप सब्जियों और अन्य औषधीय इस्तेमाल के अलावा जूस बनाने के लिएभी कर सकते हैं. करेला एक चिकित्स्कीय औषधि है जिसका इस्तेमाल बहुत सी दवाइयों में किया जाता है,रोजाना एक गिलास करेले का जूस पीने से बहुत सी स्वास्थ्य की समस्याएं दूर होती हैं. करेला खाएं रोग को दूर भगाएं कच्चे करेले का जूस बहुत फायदेमंद है

सर्दियां आ चुकी हैं. ये साल का वो समय है, जब शरीर को मौसमी संक्रमण और एलर्जी से लड़ने के लिए अच्छी देखभाल की जरूरत होती है. इस समय शरीर को पर्याप्त ऊर्जा और गर्मी की आवश्यकता होती है,इसलिए अगर आप भी इस मौसम में कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो आप करेले के जूस को अपनी सुबह की दिनचर्या में शामिल करें और लाभ उठाएं।

करेला क्या है:

करेला एक हरी सब्जी है और यह स्क्वैश परिवार का सदस्य है। करेले का वैज्ञानिक नाम मोमोर्डिका चरैन्टिया (Momordica Charantia) है। इसे अंग्रेजी में बिटर मेलन और बिटर गॉर्ड के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा, इसे बंगाली में कॉरोला, कन्नड़ में हगालाकायी और हिंदी में करेला कहा जाता है। यह अफ्रीका, कैरिबियन, भारत और मध्य पूर्वी देशों में बहुत लोकप्रिय है। भले ही यह खाने में कड़वा हो, लेकिन यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है (1)। स्वास्थ्य के लिए यह किस प्रकार लाभदायक है, यह जानकारी नीचे दी गई है।

करेले का जूस सेहत और स्किन के लिए फायदेमंद है, आइए जानते हैं:

रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है:

  • करेले का जूस इंसुलिन के स्तर को संतुलित करने और ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
  • अपने आहार में करेले के जूस को शामिल करने से खून साफ करने में मदद मिलती है।
  • खाली पेट इस जूस को पीने से शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद मिलती है. इससे आयरन के स्तर में सुधार होता है और खून को साफ करता है. ये स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा के लिए भी फायदेमंद है।
  • करेले का जूस ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी मदद करता है। इसमें मोमर्सिडीन और चैराटिन नामक के दो कम्पाउंड होते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करते हैं।
  • खाली पेट करेले का जूस पीने से डायबीटीज में काफी फायदा होता है।

पाचन तंत्र को साफ करता है:

  • ये मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करता है।
  • करेले का जूस पीना लिवर के लिए बहुत अच्छा होता है,ये लिवर को साफ करने का काम करता है. इस जूस को पीने से लिवर एंजाइम्स बूस्ट होते हैं, जो डिटॉक्सिफाइंग में मदद करता है।
  • अगर पाचन संबंधी कोई समस्या है तो करेले का जूस उसमें भी फायदा करता है। साथ ही यह दिमागी विकास में भी मदद करता है और उसे सेहतमंद रखता है।

स्किन के लिए करेले के जूस के फायदे:

  • रोजाना करेले का जूस पीने से स्किन संबंधी समस्याएं भी दूर रहती हैं। एक्जिमा और सोरायसिस की बीमारियों में करेले का जूस बेहद फायदेमंद है।
  • करेले का जूस पीने से स्किन पर ग्लो आता है क्योंकि इसमें विटमिन ए, सी और ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। साथ ही यह रिंकल्स भी दूर करता है।
  • अगर आप उम्र को मात देना चाहती हैं तो करेले का जूस एकदम बढ़िया है। इसमें अत्यधिक मात्रा में विटमिन सी पाया जाता है जोकि आपके बढ़ती उम्र की रफ्तार को धीमा कर सकता है। आप चाहे तो इसके लिए करेले के जूस की जगह करेला भी खा सकती हैं। इसके लिए करेले को उबालें, उसमें नींबू का रस और नमक डालकर खाएं और फायदा आपको काफी जल्दी ही देखने को मिलेगा।
  • करेले में ऐंटी-माइक्रोबियल और ऐंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं जो खून को साफ करने में मदद करती हैं। इस वजह से एक्ने और पिंपल जैसी स्किन संबंधी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं।
  • करेले के जूस में विटामिन ए और सी के साथ शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं. ये समय से पहले त्वचा की उम्र बढ़ने से रोकते हैं और झुर्रियों को कम करते हैं.

इम्युनिटी को मजबूत बनाता है:

करेला वायरस और बैक्टीरिया से लड़ता है और आपकी इम्युनिटी को मजबूत करता है. ये एलर्जी और अपच को रोकता है. एक अध्ययन के अनुसार इसमें एंटी-कार्सिनोजेन और एंटी-ट्यूमर गुण होते हैं. ये प्रोस्टेट, स्तन और सर्वाइकल कैंसर के खतरे को कम करता है।

आंखों के लिए फायदेमंद:

  • करेले का जूस आंखों के लिए भी फायदेमंद माना गया है। इसमें बीटा-कैरोटिन होता है जो आंखों से संबंधित बीमारियों को दूर रखता है और रोशनी बढ़ाने में भी मदद करता है।
  • करेला मोतियाबिंद जैसी आंखों संबंधी समस्याओं को रोकने में मदद करता है. इसमें बीटा-कैरोटीन और विटामिन ए जैसे गुण होते हैं जो आपकी आंखों के लिए फायदेमंद होते हैं. ये काले घेरों के इलाज के लिए एक अच्छा घरेलू उपाय भी है।
  • करेले के जूस के नियमित सेवन से आप विभिन्न दृष्टि दोषों को दूर कर सकते हैं. करेले में बीटा- कैरोटीन और विटामिन ए की अधिकता होती है जिससे दृष्टि ठीक होती है. इसके अलावा इसमें उपस्थित विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट्स, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाली नजरों की कमजोरी से भी बचाने का काम करता है।

अग्नाशय के कैंसर के उपचार में उपयोगी:

रोजाना एक गिलास करेले का जूस पीने से अग्नाशय का कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाएं नष्ट होती हैं. ऐसा इसलिए होता हैं क्यों कि करेले में मौजूद एंटी- कैंसर कॉम्पोनेंट्स अग्नाशय का कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं में ग्लूकोस का पाचन रोक देते हैं जिससे इन कोशिकाओं की शक्ति ख़त्म हो जाती हैं और ये ख़त्म हो जाती हैं।

सोराइसिस के लक्षणों को दूर करता है:

एक कप करेले के जूस में एक चम्मच नींबू का जूस मिला लें इस मिश्रण का खली पेट सेवन करें. 3 से 6 महीनें तक इसका सेवन करने से त्वचा पर सोराइसिस के लक्षण दूर होते हैं. यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है और सोराइसिस को प्राकृतिक रूप से ठीक करने में मदद करता है।

भूख बढ़ाता है:

भूख नहीं लगने से शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है जिससे कि स्वास्थ्य से सम्बंधित परेशानियां होती हैं. इसलिए करेले के जूस को रोजाना पीने से पाचन क्रिया सही रहती है जिससे भूख बढ़ती है।

वजन घटाने के लिए करेला के फायदे:

वजन घटाने के घरेलू उपाय के तौर पर भी करेला एक कारगर भूमिका निभा सकता है। दरअसल, एक वैज्ञानिक शोध में बढ़ते वजन के लिए करेले के फायदे देखे गए हैं। अध्ययन के निष्कर्ष में पाया गया कि उच्च वसा का सेवन करने वाले चूहों में करेले का एंटीओबेसिटी (मोटापा कम करने वाला गुण) प्रभाव पाया गया, जिससे बढ़ते वजन में रुकावट देखी गई। इसके साथ ही लिपिड मेटाबोलिज्म में बढ़ोतरी पायी गई फिलहाल, मनुष्यों पर इसके प्रभाव के लिए अभी और शोध की आवश्यकता है।

कैंसर से बचाव के लिए करेला के औषधीय गुण:

  • करेले के औषधीय गुणों की बात की जाए तो यह कैंसर के जोखिम को भी कम करने में मदद कर सकता है। करेले से जुड़े अध्ययन में यह बात सामने आई है कि करेले में कैंसर के जोखिम को कम करने के गुण मौजूद होते है। शोध में आयुर्वेद की बात भी कही गई है। आयुर्वेद के अनुसार करेले का उपयोग कैंसर जैसी बीमारी के उपचार में भी किया जा सकता है।
  • शोध में कहा गया कि करेला का उपयोग कैंसर कोशिकाओं के निर्माण में बाधा डालने का काम कर कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। यह प्रोस्टेट कैंसर और पेट के कैंसर से बचाव में मदद कर सकता है। हालांकि, पाठक इस बात का ध्यान रखें कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है, इसलिए सिर्फ करेले का सेवन इस बीमारी को ठीक करने में असमर्थ है। बेहतर है कि कैंसर के लिए व्यक्ति डॉक्टरी इलाज को पहली प्राथमिकता दें और डॉक्टर की सलाह के बाद ही करेले का सेवन करें।

कब्ज और बवासीर के लिए करेला के फायदे:

करेला कब्ज और बवासीर जैसी परेशानी में भी लाभकारी हो सकता है। दरअसल, करेले में भोजन पचाने के गुण पाए जाते हैं, जो मल त्याग को आसान बनाने में मदद कर सकता है। साथ ही यह बवासीर पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ सकता है। बवासीर के मरीजों पर किए गए एक शोध में देखा गया कि करेले के पत्तों का अर्क मल त्याग को आसान बनाकर कब्ज से निजात दिलाने में मदद कर सकता है। बवासीर का एक कारण कब्ज भी है, इसलिए यह कहा जा सकता है कि करेले का जूस कब्ज के साथ-साथ बवासीर में भी मददगार साबित हो सकता है। कब्ज और बवासीर के लिए करेले के पत्तों का जूस डॉक्टरी परामर्श पर लिया जा सकता है। फिलहाल, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

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