भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से बीते साल मई 2022 से लगातार ब्याज दरों में इजाफा किया गया था, इसके चलते लोगों का बोझ बढ़ा था. लेकिन इस बीच तमाम बैंकों ने कर्ज महंगा करने के साथ ही अपने ग्राहकों को राहत देते हुए एफडी पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. हालांकि, अगर आप अधिकतम तीन साल तक के लिए निवेश करना चाहते हैं, और रिस्क लेने के मूड में नहीं हैं, तो आपके सामने ‘फिक्स्ड डिपॉजिट’ (Fixed Deposit) का ऑप्शन तो है ही, लेकिन इससे ज्यादा रिटर्न चाहते हैं, तो डेट फंड (Debt Funds) में निवेश कर सकते हैं|
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डेट फंड क्या है?
सबसे पहले बात कर लेते हैं कि आखिर ये डेट फंड होता क्या है? तो बता दें कि ये म्यूचुअल फंड मैं निवेश की एक कैटेगरी होती है. डेट म्यूचुअल फंड फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटी में पैसा लगाते हैं. इनमें बॉन्ड, गवर्नमेंट सिक्योरिटी, ट्रेजरी बिल और नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर वगैरह शामिल हैं. पानी आप डेट फंड में जो भी निवेश करते हैं, उसे सुरक्षित जगह पर निवेश किया जाता है. आमतौर पर डेट फंड की तय मैच्योरिटी डेट होती है. यहां पैसा इक्विटी फंड के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित होता है|
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दरअसल, डेट फंड कम जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न हासिल करने में मदद करता है. क्योंकि म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश सबसे ज्यादा फायदे का सौदा माना जाता है. अक्सर देखा गया है कि Fixed Deposit के मुकाबले डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) में ज्यादा रिटर्न मिल जाता है|
निवेश करते समय चुनें सही कैटेगरी
डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund) की विभिन्न कैटेगरी हैं. कुछ स्कीम्स शॉर्ट-टर्म सिक्योरिटीज में निवेश करती हैं. वहीं, कुछ का इन्वेस्टमेंट लॉन्ग टर्म वाले बॉन्ड (Long Term (Bond) में किया जाता है. इन सभी कैटेगरी में जोखिम भी अलग-अलग तरह का होता है. इसलिए निवेश से पहले सही कैटेगरी का चयन करना आपके लिए बेहद जरूरी है|
9 फीसदी से ज्यादा का सालाना रिटर्न
डेट फंड्स में मिलने वाली ब्याज दरों की बात करें तो ये किसी भी बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाले इंटरेस्ट रेट से ज्यादा है. इनमें से की बात करें तो ICICI PCMGF सालाना कुछ 9.59% का रिटर्न दे रहा है. वहीं Kotak Nifty SDL के रिटर्न की दर 9.36 फीसदी और Nippon India Income Fund का रिटर्न 9.33 फीसदी है. ज्यादातर डेट फंड 9 फीसदी से ज्यादा सालाना रिटर्न अपने निवेशकों को दे रहे हैं. वहीं एफडी की ब्याज दरों में बीते कुछ समय में जोरदार इजाफा देखने को मिला है और इन पर भी 8-9 फीसदी का रिटर्न मिल रहा है|
शॉर्ट टर्म निवेश के लिए डेट फंड बेहतर
हालांकि, अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए निवेश का प्लान कर रहे हैं, तो फिर इक्विटी फंड में इन्वेस्टमेंट करना आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है. इसका कारण ये है कि वो बाजार में अस्थिरता से हुए नुकसान को पूरा कर सकते हैं. लेकिन छोटी अवधि के लिए डेट फंड्स बेहतर विकल्प साबित हो सकता है..
इसके अलावा जिन निवेशकों की आय स्थिर नहीं है, उन्हें एक बड़ा हिस्सा डेट फंड्स में निवेश करना चाहिए. ताकि उनका निवेश अधिक सुरक्षित रहे और जरूरत पड़ने पर तुरंत अपना पैसा निकाल सके. डेट फंड्स (Debt Funds ) का पैसा फिक्स्ड रिटर्न (Fixed Return) देने वाले बॉन्ड में लगाया जाता है. (नोट: म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)
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