भूत-प्रेत Paranormal भूत-प्रेत का साया कैसे पहचाने, भूत किससे डरते है

Bhoot pret ka saya kaise pahchane: ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति अकाल मृत्यु प्राप्त करता है और भूखा, प्यासा, संभोगसुख से विरक्त, राग, क्रोध, द्वेष, लोभ, वासना आदि इच्छाएं और भावनाएं बिना पूरा हुए मृत्यु को प्राप्त हो जाता है तो उसकी आत्मा तृप्त ना होने के कारण भूत योनि में जन्म लेती है।

धर्म शास्त्रों में मान्यता है कि जो लोग अपने पूर्वजों की आत्मा को तृप्त करने के लिए श्राद्ध और तर्पण नहीं करते हैं उनकी आत्मा अतृप्त आत्माओं से परेशान की जाती है और यही भूत के रूप में दिखाई देते हैं।

भूत किसको लगता है

जानते है कि भूत किसको लगता है

  • गृह कार्य करने वाले को भूत लगता है

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो लोग एकादशी प्रदोष अमावस्या पूर्णिमा और अन्य शुभ अवसरों के व्रत त्यौहार के साथ साथ पवित्रता का निर्वाहन नहीं करते हैं, ईश्वर और देवी-देवताओं गुरुवार का अपमान करते हैं ऐसे लोगों को भूत प्रेत सताते हैं इसके अलावा जो लोग शराब मांस मदिरा संभोग आदमी लिप्त रहते हैं ऐसे लोग भूत के चंगुल में ज्यादा फंसते हैं।

अक्सर आप लोगों ने देखा होगा कि अधिकांश लोग जो दारू मदिरा शराब का सेवन करते हैं उनके घर के लोग किसी चौराहे पर या किसी सुनसान जगहों पर किसी न किसी प्रकार का टोना टोटका करते रहते हैं इससे पता चलता है कि उनके ऊपर भूत का साया है।

  • कमोजर व्यक्ति को भूत लगता है

ऐसा माना जाता है कि जो लोग शरीर से कमजोर मानसिक रूप से शक्तिहीन है उन व्यक्तियों को भी भूत सताते हैं क्योंकि यह लोग जब किसी सुनसान स्थान से गुजरते हैं, तो स्वयं में बहुत डरे हुए महसूस करते हैं कमजोर दिल वाले लोग अक्सर जब भूतों के विषय में सुनते हैं तो वह हमेशा डरे डरे से महसूस करते हैं जिसकी वजह से जब कहीं पर यह अकेले फ़सते हैं तो उनको भूत का डर लगता है और भूत उन पर सवार हो जाता है।

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  • रात में कर्म और अनुष्ठान करने वाले लोगों को भूत लगते हैं

जो लोग कर्म और अनुष्ठान रात्रि में करते हैं उन लोगों को भूत अपना शिकार बनाते हैं जो लोग निशाचर ही प्रगति के होते हैं वह धार्मिक कार्य रात में करते हैं जिसकी वजह से भूत उनको सताते हैं, हिंदू धर्म के अनुसार किसी भी प्रकार के धार्मिक और मांगलिक कार्य रात्रि में नहीं किए जाते हैं क्योंकि भूत पिचास राक्षस और प्रेत का साया रात्रि में ज्यादा प्रभावशाली होता है ऐसे में वह किसी भी व्यक्ति को अपना शिकार बना सकते हैं।

  • राहु की विशेष स्थिति के कारण भूत लगते हैं

ज्योतिष में कहा गया है कि यदि व्यक्ति की कुंडली में राहु की स्थिति गड़बड़ होती है तो भूत से लोग ग्रस्त हो जाते हैं। यदि राहु लग्न में या अष्टम भाव में होता है तो इसके साथ अन्य ग्रहों की क्रूरता की दृष्टि होती है तो उस व्यक्ति को भूत का एहसास होता है।

भूत-प्रेत का साया कैसे पहचाने

यदि किसी भी व्यक्ति के ऊपर भूत सवार है तो उसकी पहचान कैसे करें इसके लिए देखा जाए तो जिस व्यक्ति पर भूत का साया होता है उसके स्वभाव और प्रिया में बदलाव मिलता है, आइए जानते हैं कि भूत प्रेत पिशाच आदि प्रकार की आत्माएं व्यक्ति को कैसे प्रताड़ित करती हैं साथ ही व्यक्ति को क्या कष्ट होते हैं।

1. भूत पीड़ा से मनुष्य का व्यवहार 

यदि किसी भी व्यक्ति को भूत लगता है तो वह पागलों जैसी बात करता है और अज्ञान होते हुए भी बुद्धिमान जैसी बातें करता है गुस्सा आने पर एक बार में कई सारे लोगों को पीछे हटा सकता है आंखें लाल और शरीर में थरथराहट होती है।

2.पिशाच पीड़ा से मनुष्य का व्यवहार

बोलने वाले भूतों ने पिशाच भी आते जाओ हैं जिनका मनुष्य के ऊपर प्रभाव होने पर व्यक्ति नग्न हो जाता है गंदी नाली का पानी पीने लगता है बहुत ही कड़े वचन बोलता है और सदा गंदा बना रहता है जिसकी वजह से शरीर में दुर्गंध बनी रहती है धीरे धीरे व्यक्ति कमजोर हो जाता है।

3.प्रेत पीड़ा से व्यक्ति का व्यवहार

जिस व्यक्ति पर प्रेत सवार होता है वह व्यक्ति दिन रात चिल्लाता और इधर-उधर भागता है और किसी का कहना नहीं सुनता भोजन की तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं रहता है जोर-जोर से सांसे लेता और हर वक्त कुछ ना कुछ बोलता रहता है।

4.शाकिनी पीड़ा से व्यक्ति का व्यवहार

शाकिनी आत्मा अधिकतर महिलाओं को अपना शिकार बनाती है जिसकी वजह से महिलाओं के पूरे बदन में दर्द आंखें लाल और अक्सर बेहोश हो जाती है शाकिनी के प्रभाव से महिलाओं में कंपन होता रहता है और रोटी चिल्लाती रहती है।

5.चुडैल पीड़ा से व्यक्ति का व्यवहार

यदि किसी महिला को चुड़ैल का प्रभाव होता है तो महिला कितना भी शाकाहारी होते हैं मांसाहारी बन जाती चुड़ैल की पीड़ा से प्रभावित महिलाएं बोलती कम है लेकिन मंद मंद मुस्कुराती रहती है, बाल उलझे और सामान्य महिलाओं से अलग व्यवहार करते हैं उनके मन में जो आता है वह करती रहती उसी का कहना नहीं मानती हैं।

भूत किससे डरते है,भूत प्रेतों से मुक्ति कैसे मिले

मनुष्य जीवन को भूत प्रेत प्रभावित करते रहते हैं ऐसे में यदि किसी भी महिला या पुरुष को किसी भूत-प्रेत ने अपना शिकार बना लिया है तो उससे बचने के लिए कई सारे उपाय शास्त्रों में मिलते हैं, आइए जानते हैं कि भूत प्रेत पिशाच डाकिनी शाकिनी चुड़ैल आदि से छुटकारा पाने के कौन-कौन से उपाय हैं.

  1. रुद्राक्ष की माला धारण करें
  2. हनुमान जी का स्मरण करें
  3. प्रेत बाधा निवारक हनुमान मंत्र

“ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय”

हनुमान जी का भूत प्रेत भगाने का शाबर मंत्र

पिशाच-शाकिनी-डाकिनी-यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी,

यक्ष राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकम्‌ क्षणेन हन हन भंजय भंजय मारय मारय शिक्षय शिक्षय महामारेश्वर रुद्रावतार हुं फट् स्वाहा।

  1. घर में देवस्थान पर कपूर और लौंग जलाएं
  2. अशोक के पत्ते मंदिर में रखकर पूजा करें

भूत प्रेत पिशाच आदि से बचने के लिए 7 अशोक के पत्ते किसी मंदिर में रखकर पूजा करें और जब पत्ते सूख जाते हैं तो नए पत्ते रखकर पूजा करें यह किया नियमित रूप करने से भूत-प्रेत की बाधा नहीं आती है।

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