डार्क सर्कल्स से कम हो गई है सुंदरता, तो इस 1 काम से कर दें इसकी छुट्टी

डार्क सर्कल्स से कम हो गई है सुंदरता, तो इस 1 काम से कर दें इसकी छुट्टी

आज के इस इस भाग दौड़ भरे जीवन में हम अपने आप को बहुत काम टाइम दे पते है और अपने सेहत पर ध्यान नहीं दे प् रहे है जिसके वजह से हमारे शरीर में कई तरह के समस्या हमें घेर रहे है और उन्ही समस्या में चेहरे में डार्क सर्कल भी है अगर आप भी आंखों के काले घेरों से परेशान हैं तो इससे छुटकारा पाने के लिए एक्‍सपर्ट के द्वारा गए बताये इस मुद्रा को रोजाना 10 मिनट जरूर करें।

आज बहुत से लोग इस प्रॉब्लम से घिरे हुए है यदि आप भी उन्ही लोगो में से है तो आप इस समस्‍या से हमेशा – हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए कुछ आसान योग और घरेलु नुस्खे बताने वाले है जिनका उपयोग करके अपनी खूबसूरती में चार चाँद लगा सकते है और अपने चेहरे में वाली चमक को बरकरा रख सकते है ,और आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है, आप अकेले नहीं हैं जो इस समस्या का सामना कर रहे हैं। काले घेरे की समस्या महिलाओं और पुरुषों दोनों को हो सकती है।

आंखों के आसपास की त्वचा संवेदनशील होती है, इसलिए इन समस्याओं के इलाज के लिए केमिकल्‍स की बजाय प्राकृतिक उपचार का सहारा लेना ज्यादा सही रहता है इसके लिए आज हम आपको बहुत ही असरदार और आसान उपाय के बारे में बता रहे हैं जो काले घेरों को दूर करके आपकी आंखों को खूबसूरत बना सकता है। इस समस्‍या से ज्‍यादातर महिलाये परेशान रहती है और वह इन काले घेरे को छिपाने के लिए मेकअप और कंसीलर का सहारा लेती है।

मकर मुद्रा : डार्क सर्कल्‍स से निजात पाने के लिए मकर मुद्रा फायदेमंद होता है। हैंड रिफ्लेक्सोलॉजी के हिस्से के रूप में, मकर मुद्रा थकी हुई आंखों को ठंडा करने में मदद करती है और आंखों के आसपास दिखाई देने वाले काले घेरे को कम करने में मदद करती है। मकर मुद्रा डार्क सर्कल्स के लिए बेहतरीन होती है। इसके अलावा इसे अन्य लाभ प्रदान करने के लिए भी जाना जाता है।

मकर मुद्रा के लाभ

  • मन को शांत करती है।
  • मानसिक एकाग्रता में सुधार करती है।
  • नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर मूड स्विंग को नियंत्रित करती है।
  • डिप्रेशन का इलाज करती है।
  • तनाव दूर करती है।
  • साइनस को भी नियंत्रण करने में मदद करती है।
  • मकर मुद्रा किडनी और अग्न्याशय को उत्तेजित करने में मदद करती है।

मकर मुद्रा की विधि : यदि आप डाक सर्कल से परेशान हैं तो कुछ योगा विधि से भी इसे ठीक कर सकते हैं लेकिन योग करने की भी कुछ निर्धारित समय सीमा होती है और कुछ तरीके होते हैं जिनका कड़ाई से पालन करना अनिवार्य है।

  • इसे कब तक करना चाहिए?
  • प्रतिदिन 10-20 मिनट तक अभ्यास करें।
  • दिन में केवल एक बार ही करें या तो सुबह या तो शाम को।
  • सुबह में यह जयादा फायदेमंद होता है।

मकर मुद्रा योग करने की विधि

  1. इसे करने के लिए दाईं हथेली को बाईं हथेली के नीचे तिरछा करके रखें।
  2. दाईं हथेली के अंगूठे को बाईं हथेली की कनिष्ठा और अनामिका उंगलियों के बीच से निकालकर बाईं हथेली के बीच में लगाएं।
  3. अब बाईं हथेली से पृथ्वी मुद्रा बनाएं यानी बाएं हाथ के अंगूठे और अनामिका उंगली को आगे के हिस्‍से से मिला लें।
  4. फिर बाईं हथेली को नीचे की ओर और दाईं को ऊपर रखें।
  5. इसके बाद बाईं हथेली के अंगूठे को दाईं हथेली की कनिष्ठा और अनामिका उंगलियों के बीच से निकालकर दाईं हथेली के बीच मे लगा दें।
  6. अब दाईं हथेली से पृथ्वी मुद्रा बनाएं।
  7. इस मुद्रा में कुछ देर रहें।

आप भी डार्क सर्कल को कम करना चाहते है तो भी इस मुद्रा को रोजाना करके डार्क सर्कल्‍स को काफी हद तक कम कर सकते हैं। भारतीय आयुर्वेद में कई तरह के औषधि मिलते हैं इनमें योग का भी विशेष रूप से महत्व है आयुर्वेदिक औषधियो के साथ-साथ योगा को अपने लाइफ स्टाइल में शामिल करते हैं तो केवल डाक सर्कल की समस्या से नहीं अपितु पूरे शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियों से आसानी से बच सकते हैं।

नोट : मुझे यकीन है आपको ये हमारी पोस्ट पसंद आयी होगी और किसी भी तरह से कोई दिक्कत आती है तो कमेंट करके बताएं हम आपकी मदद करेंगे इस पोस्ट को दोस्तों के साथ सोशल मीडिया में शेयर करें।

Leave a Comment