अगर आप भी खाते हैं दूध के साथ फल तो हो जाइये सावधान जाने इसके फायदे और नुकसान

गर्मी के दिनों में आप सभी बहुत सरे फल के जूस पीते होंगे जैसे बनाना शेक मैंगो शेक और कई तरह के शेक आज कल काफी डिमांड में है और इन सभी में दूध का उपयोग करते ही करते है घरों में भी दूध से बहुत सरे प्रकार के रेसिपी बनायीं जाती है |

दूध के साथ केले आम अनार जेसे फल चाव से खाए जाते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है दूध के साथ फल खाना सेहत के लिए सही है या गलत ?

अआपने भी कभी आपने घर में बड़े बुजुर्ग को कहते हुए ये सुने होंगे ही की दूध के साथ निम्बू संतरा या अंगूर मत खाओ ? इसका करण यह है की दूध के साथ ये फल खाने से शरीर में टाक्सिन बनाने लगता है |चूँकि फलो में क्योंकि फलों में एंजाइम्स और कई तरह के एसिड कई तरह होते हैं दूध वाले प्रोडक्ट के साथ मिल नहीं पाते हैं इसीलिए इसका उल्टा प्रभाव देखने यह शरीर में टॉक्सिन के रूप में जमा होता है कई बार यह ब्लड में मिल जाते हैं इससे स्किन बीमारी होने का रिस्क रहता हैं स्किन पर चकाते आना फोड़े आना स्किन का रंग उड़ना जैसे परेशानी देखने को मिलते हैं

क्या किसी भी पल के साथ दूध नहीं लेना चाहिए

दूध के साथ कोई भी फल न ही लें तो बेहतर है। स्ट्रॉबेरी इसके साथ दूध कभी न मिलाएं यह हमारा है पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है। यहजैसे केले का शेक या केले के साथ दूधभी अच्छा नहीं है। केला पका हुआ हैसाथ ही इसे दूध के साथ नहीं खाना चाहिए।पाचन के दौरान इसकी प्रकृति बदल जाती हैहै। इससे पेट में एसिड बनता है।

इन फलों में ये एसिड मौजूद होते हैं

  1. सेव मैलिक एसिड टार्टरिक एसिड, फ्यूमरिक एसिड

2. खुबानी मैलिक एसिड टार्टरिक एसिड साइट्रिक एसिड

3. अमरूद साइट्रिक एसिड, मैलिक एसिड

4. संतरा – नींबू साइट्रिक एसिड मैलिक एसिड मैलिक एसिड, साइट्रिक एसिड

5. अनानास मैलिक एसिड साइट्रिक एसिड कॉमन साइट्रिक एसिड मैलिक एसिड टार्टरिक एसिड

लौकी, अंगूर मैलिक एसिड टार्टरिक एसिड तरबूज मैलिक एसिड फ्यूमैटिक एसिड इमली मैलिक एसिड,टारटरिक एसिड फ्यूमेटिक एसिड टमाटर ऑक्सालिक एसिड

पके आम के साथ दूध ले सकते हैं या नहीं? डॉ. बताते है की जो फल प्राकृतिक रूप से बहुत मीठे और पके होते हैं उन्हें दूध के साथ लिया जा सकता है। जैसे पके और मीठे आम को दूध के साथ खाया जा सकता है। इसी तरह एवोकाडो को भी दूध में मिलाकर खाया जा सकता है। दूध के साथ सूखे मेवे जैसे खजूर, अंजीर भी

लिया जा सकता है। आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. बताते हैं कि ताजे फलों को किसी भी अन्य भोजन की तुलना में हल्का और जल्दी पचने वाला माना जाता है। अगर फल लंच या डिनर के साथ खाया जाए तो यह पेट में तब तक रहता है जब तक कि पूरा खाना पच नहीं जाता। जबकि खाना खाने से एक घंटे पहले या एक-दो घंटे बाद फल खा लें तो जल्दी हो जाता है पच जाता है।

साइट्रिक एसिड वाले फल दूध के साथ नहीं खाने चाहिए। लंच या डिनर के तुरंत बाद दूध नहीं पीना चाहिए। इससे पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। ,

पेट में एसिड बनने लगता है। एक बाल्टी में ढेर सारे पके फल रखें। फल इतने पके होने चाहिए कि उनका गूदा निकल आए। इसे धूप में रखें। यह बजने जैसा लगेगा। इसी तरह अगर हम खाना खाने के बाद फल खाते हैं तो वह लंबे समय तक पेट में रहता है। आमाशय में उपस्थित पाचक रस उसे पचाते रहते हैं। इससे किण्वन की प्रक्रिया चलती रहती है। इसलिए आपने कई लोगों को देखा होगा कि जो लोग खाने के तुरंत बाद फल खाते हैं उन्हें एसिडिटी की समस्या ज्यादा होती है।

पाचन तंत्र में गड़बड़ी होती है। आयुर्वेद में आमाशय में बनने वाली अम्लीय स्थिति को ‘अमा’ कहा गया है। यह हमारे पाचन तंत्र को कमजोर कर देता है। आमाशय में पाचक रसों का निकलना कम हो जाता है। शरीर में पोषक तत्व ठीक से नहीं घुल पाते हैं। तो परिणाम विपरीत होता है। पाचन क्रिया सुधरने के बजाय बिगड़ने लगती है।

संतरे को दूध के साथ खाने से त्वचा में निखार आता है

फलों को किसी भी खाने के साथ नहीं खाना चाहिए, चाहे वह सेब हो, केला हो, अनार हो, अंगूर हो या कोई और फल हो। क्‍योंकि इससे सेहत को फायदा कम और नुकसान ज्‍यादा होता है।

फल खाने से पहले कब खाएं या बाद में

अब सवाल उठता है कि हमें फल कब खाने चाहिए। डॉ. की सलाह है कि भोजन के दौरान या भोजन के तुरंत बाद फल नहीं खाना चाहिए। खाने के एक घंटे पहले या दो घंटे बाद फल खाना सेहत के लिए अच्छा होता है। नॉनवेज खाने के बाद भी दूध मत पीओ |आमतौर पर मछली खाने के बाद दूध पीने की मनाही होती है। लेकिन केवल मछली ही नहीं, बल्कि कोई भी नॉनवेज खाने के बाद दूध या दही का सेवन नहीं करना चाहिए। रात को नॉनवेज खाने के बाद दूध नहीं पीना चाहिए।

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